भारत का पुनरूत्थान
भारत का पुनरूत्थान
प्राचीन समय में भारत को विश्व गुरु कहा जाता था लेकिन आज भारत की वह स्थिति नहीं रही क्योंकि मानवता का हास हो चुका है जहां देखो लूट खसोट चोरी जारि बेईमानी इन सब से भरा पड़ा है हमारा भारत,
प्राचीन काल मे गांव में कोई मेहमान आ जाता था तो पूरा गाँव उसकी आव भगत करता था उसे अपने घर के सदस्य की तरह रखा करते थे लेकिन आज पड़ोस में भी कोई आ जाए तो उसका हाल चाल तक नही पूछते
उस समय सब लोग बड़े बुढ्डों का आदर समान किया करते थे लेकिन आज कुछ भी नहीं सब अपने अपने हाल चाल में मस्त हैं उस समय संयुक्त परिवार होते थे जिससे बालक का सर्वांगीण विकास होता था बच्चा ज्यादातर समय अपने दादा दादी चाचा चाची के साथ रहता था जिससे उसमें अच्छे संस्कार पैदा होते थे लेकिन आज एकल परिवार होने से बच्चे को कुछ भी संस्कार नही मिल पाते है जिससे वह आगे चलकर चोर लुटेरा बनता है
वर्तमान में घोर कलयुग चल रहा है जिसे देखो वही पैसे के पीछे भाग रहा है बाप बेटे ,भाई भाई, भाई बहन सब रिश्तो के बीच में पैसा ही बड़ा हो गया है रिश्ते तो बस नाम के रह गए हैं धन इकट्ठा करने के चक्कर में हमारी भारतीय संस्कृति भी कहीं खो सी गई है जहां पुराने जमाने नाच गाना सिर्फ राजा के दरबार में हुआ करता था और वेश्याएं राजा के दरबार में नाचा करती थी इन नाचने वालियों को हमारे समाज में हीन दृष्टि से देखा जाता था उन्हें सही नही मानते थे। लेकिन वर्तमान में स्तिथि उलट हो गयी है हमेशा घर मे रहने वाली हमारी बहन बेटियां भी शादी के समय सरेआम गलियों में डीजे के गानों पर नाचती है कुछ शर्म रही न लाज बॉलीवुड की फिल्मों ने समाज का विनाश करने का काम किया है बहन बेटिया, छोटे छोटे बच्चे यहां तक कि बुड्ढे बुडिया भी अश्लील गानों पर नाचते है और गाते है
विदेशी सभ्यता की देखा देखीं जिस हिंदुस्तान को सोने की चिड़िया कहा जाता था वहाँ
पर महिलाओं ने अश्लील गानों पर नाच गाकर समाज खराब कर दिया हैं
पुराने समय मे शराब नशा राजा या उसके मंत्री किय्या करते थे लेकिन आज पूरा मानव समाज ही इसमे डूबा पड़ा है
भारत के पुनरुत्थान के लिए किए गए प्रयास
भारत के पुनरुत्थान के लिए बहुत से संतों ने अपने अपने समय में बहुत से प्रयास किए हैं जो कि बहुत ही सराहनीय है लोगों को शराब त्यागने के लिए और सत्संग सुनने के लिए प्रेरित किया स्वच्छ जीवन जीना और अपने कार्य में ही व्यस्त रहना यही बताया इनमें स्वामी विवेकानंद ओर नामक देव जी का बहुत योगदान रहा है
अब बनेगा भारत जगतगुरु
वर्तमान समय में मानव समाज में सुधार की आवश्यकता है इस समाज में नशाखोरी को खत्म करना चोरी बेईमानी को जड़ से मिटाना होगा और यह कार्य केवल भगवान के भेजे हुए परम संत ही कर सकते हैं जो भगवान के ही अवतार होते हैं वर्तमान समय में यह कार्य केवल संत रामपाल जी महाराज ही निस्वार्थ भाव से कर रहे हैं उनके अनुयाई नशे को छूना भी पाप समझते हैं समाज में बड़े बुड्ढों का आदर करना
माता पिता की सेवा करना,
गलत कार्यो से दूर रहना,सत्संग सुनना ओर परमात्मा का सिमरन सेवा करना यह सब सन्त रामपाल जी के विचारों से ही सम्भव हो रहा है इससे भारत का पुनरूत्थान हो रहा है अब कुछ ही समय की देर है भारत फिर से जगत गुरु और सोने की चिड़िया कहलाएगा सन्त रामपाल जी महाराज के आशीर्वाद से ।
आप भी अवश्य सुने जगत गुरु तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज के अमृत वचन ईश्वर TV चेनल पर रात्रि 8.30 बजे से
अधिक जानकारी के लिए visit करे www.jagatgururampalji.org
प्राचीन समय में भारत को विश्व गुरु कहा जाता था लेकिन आज भारत की वह स्थिति नहीं रही क्योंकि मानवता का हास हो चुका है जहां देखो लूट खसोट चोरी जारि बेईमानी इन सब से भरा पड़ा है हमारा भारत,
प्राचीन काल मे गांव में कोई मेहमान आ जाता था तो पूरा गाँव उसकी आव भगत करता था उसे अपने घर के सदस्य की तरह रखा करते थे लेकिन आज पड़ोस में भी कोई आ जाए तो उसका हाल चाल तक नही पूछते
उस समय सब लोग बड़े बुढ्डों का आदर समान किया करते थे लेकिन आज कुछ भी नहीं सब अपने अपने हाल चाल में मस्त हैं उस समय संयुक्त परिवार होते थे जिससे बालक का सर्वांगीण विकास होता था बच्चा ज्यादातर समय अपने दादा दादी चाचा चाची के साथ रहता था जिससे उसमें अच्छे संस्कार पैदा होते थे लेकिन आज एकल परिवार होने से बच्चे को कुछ भी संस्कार नही मिल पाते है जिससे वह आगे चलकर चोर लुटेरा बनता है
वर्तमान में घोर कलयुग चल रहा है जिसे देखो वही पैसे के पीछे भाग रहा है बाप बेटे ,भाई भाई, भाई बहन सब रिश्तो के बीच में पैसा ही बड़ा हो गया है रिश्ते तो बस नाम के रह गए हैं धन इकट्ठा करने के चक्कर में हमारी भारतीय संस्कृति भी कहीं खो सी गई है जहां पुराने जमाने नाच गाना सिर्फ राजा के दरबार में हुआ करता था और वेश्याएं राजा के दरबार में नाचा करती थी इन नाचने वालियों को हमारे समाज में हीन दृष्टि से देखा जाता था उन्हें सही नही मानते थे। लेकिन वर्तमान में स्तिथि उलट हो गयी है हमेशा घर मे रहने वाली हमारी बहन बेटियां भी शादी के समय सरेआम गलियों में डीजे के गानों पर नाचती है कुछ शर्म रही न लाज बॉलीवुड की फिल्मों ने समाज का विनाश करने का काम किया है बहन बेटिया, छोटे छोटे बच्चे यहां तक कि बुड्ढे बुडिया भी अश्लील गानों पर नाचते है और गाते है
विदेशी सभ्यता की देखा देखीं जिस हिंदुस्तान को सोने की चिड़िया कहा जाता था वहाँ
पर महिलाओं ने अश्लील गानों पर नाच गाकर समाज खराब कर दिया हैं
पुराने समय मे शराब नशा राजा या उसके मंत्री किय्या करते थे लेकिन आज पूरा मानव समाज ही इसमे डूबा पड़ा है
भारत के पुनरुत्थान के लिए किए गए प्रयास
भारत के पुनरुत्थान के लिए बहुत से संतों ने अपने अपने समय में बहुत से प्रयास किए हैं जो कि बहुत ही सराहनीय है लोगों को शराब त्यागने के लिए और सत्संग सुनने के लिए प्रेरित किया स्वच्छ जीवन जीना और अपने कार्य में ही व्यस्त रहना यही बताया इनमें स्वामी विवेकानंद ओर नामक देव जी का बहुत योगदान रहा है
अब बनेगा भारत जगतगुरु
वर्तमान समय में मानव समाज में सुधार की आवश्यकता है इस समाज में नशाखोरी को खत्म करना चोरी बेईमानी को जड़ से मिटाना होगा और यह कार्य केवल भगवान के भेजे हुए परम संत ही कर सकते हैं जो भगवान के ही अवतार होते हैं वर्तमान समय में यह कार्य केवल संत रामपाल जी महाराज ही निस्वार्थ भाव से कर रहे हैं उनके अनुयाई नशे को छूना भी पाप समझते हैं समाज में बड़े बुड्ढों का आदर करना
माता पिता की सेवा करना,
गलत कार्यो से दूर रहना,सत्संग सुनना ओर परमात्मा का सिमरन सेवा करना यह सब सन्त रामपाल जी के विचारों से ही सम्भव हो रहा है इससे भारत का पुनरूत्थान हो रहा है अब कुछ ही समय की देर है भारत फिर से जगत गुरु और सोने की चिड़िया कहलाएगा सन्त रामपाल जी महाराज के आशीर्वाद से ।
आप भी अवश्य सुने जगत गुरु तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज के अमृत वचन ईश्वर TV चेनल पर रात्रि 8.30 बजे से
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