सन्त रामपाल जी महाराज का संघर्ष
सन्त रामपाल जी महाराज का संघर्ष
इतिहास गवाह है जब जब सच्चाई के लिए संघर्ष हुआ है तब तब वो संघर्ष बड़ा परिवर्तन लेकर आया है
संघर्ष नानक जी ने किया, संघर्ष ईसा मसीह जी ने किया। संघर्ष महापुरुष करते आए है और परिवर्तन भी होते आए है ऐसा ही एक बहुत बड़े परिवर्तन को आहट सुनाई दे रही है सन्त रामपाल जी महाराज के संघर्ष के साथ। जी हाँ सन्त रामपाल जी महाराज जो पिछले 24 सालों से सच्चाई को उजागर करने के लिए संघर्ष कर रहे है इस संघर्ष की नींव 600 वर्ष पहले कबीर साहेब जी ने रखी थी जिसको सन्त रामपाल जी महाराज पूरा करने पर लगे हुए है जब परमात्मा स्वरूप पृथ्वी पर होते है तब हम उन्हें पहचान नही पाते ओर उनके विरोधी बन जाते है ये बिल्कुल सच है जैसे हमने 600 वर्ष पहले कबीर साहेब जी के साथ किया था जो स्वयं परमात्मा थे
आज वही इतिहास हम सन्त रामपाल जी महाराज का विरोध करके दोहरा रहे है ।
संघर्ष की शुरुआत
सन 1994 से सन्त रामपाल जी महाराज का संघर्ष शुरू होता है सन 1994 के बाद सन्त रामपाल जी जूनियर इंजीनियर की नोकरी ओर खुशहाल परिवार को छोड़ कर पूरे विश्व की आत्माओं को जगाने में लग गए उसके बाद सन्त रामपाल दिन रात एक करके भगत समाज को जागरूक किया ओर भटके हुए को मोक्ष का रास्ता दिखाते हुए कभी पीछे मुड़कर नही देखा।
सन्त रामपाल जी न विषय मे भविष्यवाणी करने वाले
- नानक जी
- इंग्लैंड के ज्योतिष कीरो
- भविष्यवक्ता वेजिलेटीन
- अमेरिकी भविष्यवक्ता जॉन डिक्सन
- अमेरिका के एंडरसन
- हॉलैंड के गेराल्ड क्राइसे
- अमेरिका के चाल्स क्लार्क
- हंगरी की बोरिस्का
- फ्रांस के डॉ जुलवर्ण
- नास्त्रेदमस
- इजरायल के डॉ हलाल
- अमेरिका की फ्लोरेंस
- जयगुरुदेव (तुलसीदास जी)
आदि ने जिस महापुरुष के बारे में भविष्यवाणीया की है वो महापुरुष ओर कोइ नही सन्त रामपाल जी महाराज ही है सन्त रामपाल जी ने धार्मिक पाखंडवाद को खत्म करने का बीड़ा उठाया है ओर सतभक्ति का प्रचार प्रसार किया स्वामी रामदेवानंद जी महाराज ने सन 1994 में नाम दीक्षा देने की आज्ञा दी सन 1994 से सन्त रामपाल जी ने 6 साल तक घर घर जाकर सत्संग किए और जनता को बताया आप को नकली धर्मगुरुओं द्वारा भृमित किय्या जा रहा है भक्ति के नाम पर लूटा जा रहा है उन्होंने बताया आप अपने वेदों गर्न्थो को खोलकर देखो उनमें खज़ाना छुपा हुआ है सद्ग्रन्थ क्या बता रहे है और हमारे मुल्ला काज़ी पंडित क्या बता रहे है सन्त रामपाल जी ने सद्ग्रन्थों ओर महापुरुषों की वाणियों से सिद्ध किया कि कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमात्मा है जो सतलोक में रहते है और समय समय पर पृथ्वी पर आकर अपनी आत्माओं को चेताते रहते है सन्त रामपाल जी ने जो भक्ति विधि बताई उससे लाखो लोगो को शारीरिक और आर्थिक लाभ मिलने शुरू हुए
जिससे श्रद्धालुओं की संख्या जल्दी ही लाखो में पहुंच गई लेकिन नकली धर्मगुरुओं ने देखो की उनकी दुकान बंद हो रही है तो उन्होंने सन्त रामपाल जी को बदनाम करना शुरू कर दिया आस पास की जनता को गुमराह करने लगे आर्यसमाज का इसमे प्रमुख नाम था क्योंकि सन्त रामपाल जी ने आर्य समाज के मुख ग्रन्थ सत्यार्थ प्रकाश को वेदों से तुलना कर उसे झूठा सिद्ध कर दिया था। आर्य समाज के नकली आचार्यो ने जनता को गुमराह करके सतलोक आश्रम करौंथा पर हमला कर दिया ये वाक्या सन 2006 का है नकली आचार्यो ने जनता को गुमराह करके सतलोक आश्रम करौंथा पर हमला करवा दिया सन्त रामपाल जी महाराज बिना कोई दोष 22 महीने जेल में गुजरने पडे तरह तरह की अपवाहे फैलाई गई प्रिंट मीडिया न्यूज़ ने अपवाहे फैलाने में कोई कसर नही छोड़ी लेकिन 22 महीने बाद सन्त रामपाल जी के शिष्यों की जमानत हो जाती है ओर एक बार फिर आश्रम बरवाला हिसार में खुल जाता है फिर श्रद्धालु देशों विदेशों से आना शुरू हो जाते है लेकिन विरोधी जिनकी दुकानें बंद हो रही थी उनको यह रास नही आरहा था सन 2013 में सन्त रामपाल जी को सतलोक आश्रम करौंथा वापस सोंपा जाता है
करौंथा कांड 2013
ओर एक बार फिर उन्ही उपद्रवियों द्वारा सतलोक आश्रम पर हमला करवाया जाता है पुलिस और उपद्रवियों की झड़प होती है एक बार फिर वही चीज़े दुहराई जाती है जो सन 2006 में हो चुकी थी सन्त रामपाल जी पर फिर झूठा मुकदमा बनाया जाता है जबकि सन्त रामपाल जी महाराज तो करौंथा में थे ही नही वे तो वहाँ से 150 किलोमीटर दूर बरवाला आश्रम में सत्संग कर रहे थें एक बार फिर झूट का पुलिंदा बनाया जाता हैं तत्कालीन सरकार विरोधियों का सहयोग करती है जैसा 2006 में किय्या था बहुत जुल्म पर जुल्म करती है
बरवाला कांड 2014
सन 2014 आता है अबकी बार फिर आश्रम पर हमला किया जाता है अबकी बार हमला करने वाला खुद प्रशासन था खुद सरकार थी ओर सन्त रामपाल जी के 6 शिष्यों को पुलिस मार डालती है इसमें सबसे बड़ी आश्चर्य की बात तो ये थी कि इसका दोष भी सन्त रामपाल जी पर लगा दिया जाता है उनके शिष्यों पर लगा दिया जाता है 18 नवम्बर 2014 को ये हमला किया जाता है सभी षड्यंत्रकारी ताकते सन्त रामपाल जी के खिलाफ कार्य कर रही थी जैसे 600 वर्ष पहले कविर परमात्मा के साथ राजा ने किय्या था सन्त रामपाल जी को झूठे मुकदमो में फंसाया गया तरह तरह के आरोप लगाए गए
कविर परमात्मा ने भी यही बातें 600 वर्ष पहले हिन्दू मुस्लिम को बताई थी जो आज सन्त रामपाल जी महाराज बता रहे है
अनुपम खैर जी ने एक tv प्रोग्राम में कहा था कि यदि आज कबिर साहेब जी होते तो आज जेल में होते सैकड़ो झूठे मुकदमे होते । अनुपम खैर जी आपकी बात बिल्कुल सत्य है कबीर साहेब जी ने भी पाखण्डवाद के विरुद्ध आवाज़ उठाई थी और आज सन्त रामपाल जी महाराज भी वही कार्य कर रहे है ये स्वयं कविरसाहेब के अवतार है आज जेल में है लेकिन जेल में होने के बावजूद इनसे लाखो भगत जुड़ रहे है दिन प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है सन्त रामपाल जी जल्दी ही इस विश्व को परिवर्तित करने वाले है इनको कोई रोक नही सकता इनको आम आदमी समझने की भूल न करे क्योकि नानक जी के समय हम नानक जी को नही पहचान पाए कबीर साहेब जी के समय हम कबीर साहेब जी को नही पहचान पाए अब हमलोग ये गलती नही करेंगे सन्त रामपाल जी द्वारा बताई गई भक्ति 1 हज़ार वर्ष तक चलेगी जिससे मानव जाति का कल्याण होगा
अगर आप भी जानना चाहते है की क्या ज्ञान बताते है सन्त रामपाल जी महाराज तो अवश्य सुने श्रद्धा tv चैनल पर रोज दोपहर 2 बजे से
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