सन्त रामपाल जी महाराज के अद्वितीय कार्य
संत रामपाल जी महाराज के अद्वितीय कार्य संत रामपाल जी महाराज नाम सुनते ही 18 नवंबर 2014 का वो दिन याद आता है जब संत रामपाल जी के अनुयाई और पुलिस फोर्स में भयंकर झड़प हुई थी और उस कांड में 6 जनों की मौत हो गयी थी फिर उसके बाद सन्त रामपाल जी महाराज को पुलिस ले गयी। अमूमन देखने मे आता है कि किसी भी सन्त, बाबा को जेल होने के बाद उनके अनुयायी उनका साथ छोड़ जाते है परन्तु सन्त रामपाल के साथ ऐसा देखने मे नही आया इनके साथ उल्टा हुआ जहाँ इनके अनुयायियों को इन्हें छोड़ जाना था वहां पर इनके अनुयायियों की सँख्या कुछ ही दिनो में लाख से करोड़ में पहुँच गयी, पता नही आखिर इन सन्त के पास ऐसा क्या है जो लोग इनके पास खिंचे चले आते है , हिसार में इनकी प्रत्येक पेशी पर लाखो की संख्या में श्रद्धालु इक्कठे होते है। आज हम जानने की कोशिश करेगे की सन्त रामपाल जी महाराज क्या कार्य करते है कि उनके अनुयायी कभी भी उनका साथ नही छोडते। सन्त रामपाल जी महाराज के अद्वितीय कार्य अगर हम सन्त रामपाल जी की शरण मे गए किसी एक परिवार का अवलोकन करेंगे तो हमे आसानी से पता चल जाएगा कि सन्त रामपाल ज...