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फ़रवरी, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Valentine Day

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वेलेंटाइन डे कहते हैं जीवन में प्यार होना बहुत जरूरी है प्यार के बिना हमारा जीवन अधूरा सा रहता है प्यार से हमारे जीवन में आनंद और जीने की चाहत बनी रहती है जीवन में प्रेम होने से व्यक्ति हमेशा आनंदित महसूस करता है जहां दोस्ती होगी वहां वहां जरूर मिलेगा।   कैसे हुई वैलेंटाइन डे की शुरुआत कहते हैं बहुत समय पहले ईसाईयों का एक राजा हुआ करता था तो उसने अपने राज्य में सैनिकों का विवाह की मनाही कर रखी थी उसका मानना था कि विवाहित सैनिकों की तुलना में अविवाहित सैनिक देश की सुरक्षा के लिए अधिक सक्रिय हो सकते हैं यह सोचकर उसने विवाह पर पाबंदी लगा दी उस राज्य में एक वेलेंटाइन नाम के एक पादरी रहते थे उन्होंने चोरी-छिपे सैनिकों का विवाह करवाने लगे जब राजा को पता चला तो उन्होंने 14 फरवरी के दिन ही वेलेंटाइन को फांसी दे दी लोग इसे काले दिवस के रूप में मनाने लगे  लोग इस दिन को भूले नहीं इसलिए 14 फरवरी को वेलेंटाइन के नाम से वेलेंटाइन डे हर साल मनाया जाने लगा उसकी याद को ताजा रखने के लिए लोग chocolate teddy और अन्य उपहार देकर मनाते हैं वैलेंटाइन डे   वर्तमान में वैलेंटाइन डे वेलेंट...

शिक्षा वरदान या अभिशाप

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शिक्षा वरदान या अभिशाप शिक्षा अर्थात हमारा पढ़ा लिखा होना हमें अक्षर ज्ञान होना अब जो हमें यह शिक्षा मिली है इसके क्या लाभ है और क्या हानियां हैं इसी पर आज हम जानेंगे ये मनुष्य के लिए वरदान है या अभिशाप है जैसा कि हम वर्तमान समय में देख रहे हैं बच्चे से लेकर बूढ़े तक सब शिक्षित हो रहे हैं बुड्ढों में जो कोई अशिक्षित है तो उसे भी प्रोड शिक्षा द्वारा शिक्षित किया जा रहा है अब जो हम सब लोग इतने पड़ गए हैं इसका क्या लाभ है? शिक्षा के लाभ  इसका लाभ यह है कि हम सही गलत की पहचान कर सकते हैं सच और झूठ आसानी से पहचान सकते हैं किसी भी कार्य को आसानी से समझ कर उसे सही ढंग से निपटा सकते हैं और शिक्षा का एक लाभ यह भी है कि हम अंधविश्वास से दूर हो गए हैं किसी पर भी हम अंधाधुन विश्वास नहीं कर सकते हम उसे जांच कर समझ कर उस पर विश्वास करते हैं शिक्षा में हमारा अंधविश्वास दूर कर दिया है प्राचीन काल में जब शिक्षा नहीं थी तब क्या होता था कि लोग किसी भी दंतकथा पर आसानी से विश्वास कर लेते थे बिना सोचे समझे किसी के भी झांसे में आ जाते थे लेकिन वर्तमान समय में सब समझदार हो गए हैं कोई भी निर...

बॉलीवुड के दुष्प्रभाव

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बॉलीवुड के दुष्प्रभाव  बॉलीवुड आज हम इसे एक महत्वपूर्ण मनोरंजन का साधन के रूप में मानते है बॉलीवुड का नाम आते ही हमारे दिमाग की सुई फिल्मों की तरफ से जाती है उन अभिनेता और अभिनेत्रियों की तरफ से जाती है जो हमारे पसंदीदा है और जिन्हें हम फिल्मों में देखते है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है  बॉलीवुड की क्या हानियां हैं या हम यूं कहें कि जो फिल्मे बन रही है उनसे हमारे हमारे परिवार को,समाज को, हमारे विश्व को क्या हानियां हो रही ? चलिए आज हम इन्हीं हानियों पर कुछ चर्चा करते हैं सबसे पहले हम देखते हैं कि जो हमारे समाज में शराब धूम्रपान आदि नशा करने का जो दौर चला है वह फिल्मों के कारण ही चला है हमारे घर में हमारे समाज में आज जो हमारे बच्चे फिल्में देखकर सीखते हैं शराब पीना धूम्रपान करना आदि यह सभी फिल्मों की ही देन है फिल्मों के कारण है हमारे समाज में यह सभी बुराइयां घर करती जा रही हैं नशे के कारण आज परिवार के परिवार बर्बाद हो रहे हैं एक व्यक्ति जो शराब पीता है घर पर आकर अपने बीवी बच्चों को पीटता है फिर वह स्त्री अपने बच्चों समेत आत्महत्या कर लेती है तो पूरे परिवार का विनाश हो जाता ह...