संदेश

मई, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पांडवों के अज्ञातवास की घटना ; पांडवों की कथा

चित्र
पांडवों के अज्ञातवास की कथा  ये घटना पांचों पांडवों के अज्ञातवास के समय की है सभी पाडंव अपने तेरह साल के वनवास के दौरान जंगलों में भ्रमण कर रहे थे । एक बार जब पांडव जंगल के विचरण कर रहे थे तो उन्हें प्यास लगी तो उन्होंने की तलाश शुरू की । पानी खोजने की जिम्मेदारी सबसे पहले सहदेव को सौंपी गई । सहदेव को ढूंढने पर पास ही एक जलाशय मिला फिर वो पानी लेने के लिए उस स्थान पर पहुँचे। जलाशय के मालिक यक्ष ने आकाशवाणी द्वारा उन्हें रोकते हुए पांच प्रश्नों के उत्तर देने की शर्त रखी । सहदेव ने आकाशवाणी ओर यक्ष  की ओर बिना ध्यान दिए तालाब से जल लेने के लिए आगे बढ़े तो यक्ष ने तुरंत ही सहदेव के सांस छीन लिए। बहुत देर तक सहदेव के न लौटने पर अर्जुन , भीम , नकुल ने पानी लाने की जिम्मेदारी उठाई । ये  सब भी इसी तालाब पर पहुँचे ओर सहदेव की तरह ही बिना आकाशवाणी की ओर ध्यान दिए जल लेने लगे तो यक्ष की शर्तों का पालन नही करने के कारण इन सब के स्वांस भी यक्ष ने छीन लिए। अंत मे परेशान होकर युधिष्ठिर खुद इन सब को ढूंढने निकले और इसी जलाशय पर आ पहुँचे। अदृश्य यक्ष ने आकाशवाणी कर युधिष्ठिर को भी प्रशनो ...